दिनांकः02/03-01-2015 को मौहल्ला गणेशपुरा में हुई लूट सहित हत्या का पर्दाफाश
हापुडः-दिनांक 03.01.2015 को श्री महेश पुत्र महावीर निवासी मौ0 गणेशपुरा ने थाना हापुड नगर पर लिखित सूचना दी कि दिनांक 02/03-01-2015 को वह अपने पुत्र अंकित के साथ मकान के नीचे कमरे में तथा ऊपरी मंजिल के कमरे में उसकी पत्नी सुलेन्द्री, पुत्री नीतू , प्रियंका तथा पुत्र अंकुर सोये हुए थे। करीब एक बजे रात्रि 03-04 बदमाश ऊपर के कमरे में पहुंचे तथा प्रियंका के साथ सो रही नीतू को चारपाई से उठाकर बाहर छत पर नीतू के ऊपर मिटटी का तेल डालकर जला दिया तथा बदमाश 14 हजार रूपये नगद व पत्नी की पाजेब लूटकर ले गये परन्तु सोने के कुण्डल नही ले जा पाये। सूचना पर अभियोग पंजीकृत होकर विवेचना प्रभारी निरीक्षक हापुड नगर द्वारा प्रारम्भ की गयी।
जनपद के घनी आबादी क्षेत्र में हुई इस घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए पुलिस अधीक्षक, हापुड महोदय के निर्देशन में एवं अपर पुलिस अधीक्षक हापुड के कुशल मार्गदर्शन में श्री विशाल यादव क्षेत्राधिकारी हापुड नगर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया, जिसमें श्री राजेन्द्र सिंह यादव प्रभारी निरीक्षक, श्री विजय कुमार वरिष्ठ उपनिरीक्षक, श्री हरपाल सिंह उपनिरीक्षक एवं कर्मठ पुलिस कर्मियो को नामित करते हुए घटना के अनावरण का दायित्व सौंपा गया।
आज दिनांक 06.01.2015 को तकनीकी साधनो का प्रयोेग करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर अभियुक्त गौरव चौधरी पुत्र श्री सतीश चौधरी निवासी ग्राम गिरधरपुर थाना हाफिजपुर जनपद हापुड को ओ0पी0सी0 सिनेमा के पास दिल्ली रोड से गिरफ्तार किया गया। जिसने पूछताछ पर बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड के रूप में अशोक कालोनी के गेट पर डियूटी करता था। उस कालोनी में झाडू पोछा का काम करने वाली नीतू पुत्री महेश निवासी मौ0 गणेशपुरा से मौहब्बत हो गई। कई बार वह चोरी छुपे उसके घर व बाहर मिलता भी रहा। नीतू उससे अत्यधिक प्रेम करने लगी थी व उससे कहती रहती थी कि यदि तुमने मुझसे शादी नही की तो में आग लगाकर अपनी जान दे दूंगी, इस प्रकार नीतू शादी करने के लिए गौरव पर दवाब बनाने लगी। घटना के दिन दिनांक 02.01.2015 को नीतू ने रात लगभग 11-30 बजे फोन करके गौरव को अपने घर बुलवाया तथा भैंस वाले कमरे का दरवाजा खोलकर घर के अन्दर बुला लिया, दोनो के मध्य विवाह एवं घर से भाग जाने के सम्बन्ध में झगडा हुआ। गौरव द्वारा मृतका नीतू को साथ न ले जाने एवं विवाह के लिए तैयार न होने के कारण छत पर जाकर मिटटी का तेल डालकर आग लगा ली।